NIOS Board की सच्चाई क्या है? NIOS Vs CBSE

NIOS Board in Hindi: इस पोस्ट में हम आपको NIOS बोर्ड के बारे में जानकारी देंगे। जिसमें आपको NIOS से जुड़ें बड़े सवालों के जवाब मिलेंगे और NIOS की सच्चाई पता चलेगी।

NIOS को लेकर लोगों के मन में काफी सवाल आते है, जिसमें NIOS की मान्यता को लेके काफी भ्रम रहता है। इसलिए आपको इस पोस्ट में NIOS का पूरा परिचय देंगे और अंतिम में CBSE Vs NIOS बोर्ड की तुलना करेंगे।


NIOS Board क्या है?

NIOS की फुलफॉर्म “National Institue Of Open Schooling” है। यह भी भारत में मौजूद अन्य सेंट्रल (CBSE), इंटरनेशनल (ICSE) और स्टेट बोर्ड के सामान है, जिसे ओपन बोर्ड नाम से जाना जाता है।

NIOS board kya hai, NIOS vs CBSE Vs ICSE

NIOS बोर्ड की शुरुवात 3 नवम्बर 1989 को हुई थी, जिसका हेडऑफिस नोएडा, उत्तरप्रदेश में स्थित है।

NIOS भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आती है और विश्व की सबसे बड़ी ओपन बोर्ड है, इसकी ओफिसियल वेबसाइट www.nios.ac.in है।



NIOS बोर्ड क्या करती है?

NIOS भी अन्य बोर्ड संस्थाओं की तरह 10वी और 12वी कक्षाओं के बोर्ड परीक्षा अपने अलग नियम अनुसार करवाती है।

NIOS ओपन बोर्ड कहलाती है, यानि इसमें कोई भी व्यक्ति NIOS बोर्ड का एग्जाम का फॉर्म भरके परीक्षा दे सकता है और अपनी अधूरी शैक्षिक योग्यता पूरी कर सकता है।

अन्य बोर्ड संस्थाओं में बोर्ड परीक्षा देने से पहले उनकी पिछली कक्षा में पास होना जरुरी होता है। जैसे अगर किसी को 10वी बोर्ड की परीक्षा देनी हो, तो पहले उसे 9वी के सभी विषय में पास होना पढ़ेगा और 12वी बोर्ड के लिये 11वी कक्षा को पास करना होता है।

परन्तु, NIOS बोर्ड में ऐसा नहीं है। अगर कोई 9वी या 11वी में भी फ़ैल हो जाता है, फिर भी वह NIOS बोर्ड से 10वी और 12वी की परीक्षा दे सकता है। बस 12वी बोर्ड की परीक्षा के लिये 10वी बोर्ड का पास होना जरुरी है।

10वी और 12वी बोर्ड के अलावा भी NIOS बहुत सारे अन्य कोर्स करवाती है। NIOS DELED प्रोग्राम इस बोर्ड ने शुरू किया है, जो कई प्राथमिक शिक्षको के लिए वरदान है।



NIOS बोर्ड किसके लिए है?

NIOS बोर्ड ऐसे तो सबके लिये है, यानी हर कोई NIOS बोर्ड के तहत परीक्षाये दे सकता है।परन्तु, कुछ लोगो के लिए NIOS बोर्ड बहुत उपयोगी साबित हुई है।

  • जो विद्यार्थी आर्थिक या किसी और समस्या के कारण स्कूल जाने में असमर्थ होते है, वो NIOS बोर्ड की मदद से 10वी और 12वी बोर्ड उत्तीर्ण कर सकते है।
  • जो विद्यार्थी 9 से लेकर 12 तक किसी भी कक्षा में फ़ेल हो जाते है और वापस उस कक्षा या बोर्ड से नहीं पढ़ना चाहते है, उनके लिए NIOS अच्छा विकल्प है।
  • जो लोग किसी कारणवश अपनी पढाई छोड़ देते है। फिर बाद कुछ सालों बाद अपनी शैक्षिक योग्यता पूरी करने का सोचते है, तब NIOS ही उनकी उम्मीद बनती है।
  • सिर्फ 10वी और 12वी के लिए नहीं, बल्कि अन्य कोर्स और सर्टिफिकेट के लिए NIOS बेहद मददगार है।

NIOS Vs CBSE Board

जैसा की आपको पहले भी बता चुके है, कि NIOS बोर्ड के विद्यार्थी या किसी भी अन्य बोर्ड के विधार्थियो में कोई भी फर्क नही किया जाता है। वही CBSE बोर्ड और NIOS बोर्ड की मान्यता भी एक ही है।

CBSE बोर्ड और NIOS बोर्ड दोनों अपनी जगह सही है। रेगुलर स्कूल के लिए CBSE और घर बैठे डिस्टेंस लर्निंग के लिए NIOS सही है।

NIOS बोर्ड से 10वी और 12वी पास करने के कोई भी बड़ी समास्य आगे नही होती है। अन्य बोर्ड विद्यार्थियों की तरह ही NIOS बोर्ड के विद्यार्थियो को देखा जाता है।

इसके अलावा NIOS बोर्ड के विद्यार्थियो को किसी भी कॉलेज या इंस्टिट्यूट में एडमिशन लेने के लिए किसी भी प्रकार की अन्य या ज्यादा समास्य का सामना नही करना होगा।



NIOS विधार्थियो की भी Admission प्रक्रिया भी अन्य विद्यार्थियो की तरह समान ही होती है। वही NIOS बोर्ड के विद्यार्थी भी IIT (JEE) और NEET की परीक्षा दे सकते है।

हमे उम्मीद है, कि आपको NIOS बोर्ड के बारे में जरूरी जानकारी मिल गयी होगी। अगर आपका कुछ भी सवाल या सुझाव है, तो हमें कमेंट में जरूर बताये।

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11 thoughts on “NIOS Board की सच्चाई क्या है? NIOS Vs CBSE”

    • Sir army me valid h ya nihe nois board hmm nois ki marksheet se bharthi Dekh shket h kya ya nihe chalti h na sir verification me koi problem nihe aati na

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  1. Meine 7saal ho gye school chore mein married hu aur mein 10th board exam ncert se diye aur pass bhi hu ab 12th krna chahti hu pls help and reply me

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