क्या MLM फ्रॉड होता है? नेटवर्क मार्केटिंग स्केम

पिछले लेख में हमने समझा था, कि MLM क्या है व इसके फायदे और नुकसान क्या है। इस लेख में हम नेटवर्क मार्केटिंग के बारे में और विस्तार जानेंगे और कौनूनी तोर पर इसकी मान्यता को समझेंगे।

आज के समय में भी, कई लोग MLM को फ्रॉड और गैरकानूनी मानते है। MLM के लीगल होने के पीछे शुरू से ही बहुत से सवाल लोगों के मन में रहे है। इस लेख में आपको MLM की मान्यता को लेकर विस्तार में जानकारी मिलेंगी और इसके सही और गलत होने के वास्तविक कारण पता चलेंगे।


क्या MLM फ्रॉड होता है?

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सबसे से पहले तो इस सवाल का जवाब देते है। MLM सिर्फ फ्रॉड और Scam नहीं है। MLM एक पूरी अलग इंडस्ट्री है, जिसे हम डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री भी कहते है।

इस इंडस्ट्री में बहुत सारी MLM कंपनिया है, जो काम करती है। याद रखिए, MLM इंडस्ट्री घोटाला नहीं है। बल्कि इस इंडस्ट्री में मौजूद कुछ कंपनिया घोटाला करती है, जिसके कारण लोग पूरी इंडस्ट्री को गलत समझते है।

भारत में MLM पूरी तरह से लीगल है, लेकिन पिरामिड स्कीम और पोंजी स्कीम पर पाबंधी है। पर अक्सर पिरामिड स्कीम, MLM के नाम पर चलती है और फ्रॉड करती है।



पिरामिड स्कीम MLM की तरह ही होती है, लेकिन इसमें डमी (फालतू) प्रॉडक्ट/सर्विस को बेचा जाता है और लोगों का पैसा नेटवर्क में घुमाया जाता है। इसलिए किसी भी MLM कंपनी से जुडने से पहले पिरमिड स्कीम और एक सही MLM कंपनी में अंतर ढूँढना आना चाहिए। आमतौर पर बड़े लीडर ज्यादा पैसा कमाने के लिए पिरामिड स्कीम का प्रचार करते है, जो कि गलत है।

क्यों लोग MLM को फ्रॉड मानते है?

MLM एक लीगल और वास्तविक पैसे कमाने का तरीका है, जिसमें कोई भी व्यक्ति जुड़कर मेहनत कर अमीर बन सकता है। लेकिन भारत समेत कई देशों में इसे आज भी फ्रॉड मानते है और इसके पीछे भी कुछ बड़े कारण है। भारत में डायरेक्ट सेलिंग 1996 में आई थी और तब से बहुत से ऐसे मामलें सामने आए है, जिसके कारण लोगों का इससे भरोसा उठ गया है।

लोगों द्वारा MLM को गलत समझने के दो बड़े कारण है।

1. गतल कंपनिया

जैसा कि हमने ऊपर बताया था, कि बहुत सी कंपनिया MLM के नाम पर पिरामिड स्कीम चलाती है, जिसमें लोगों का लाखों-करोड़ों में पैसा डूब जाता है। Future Maker और eBiz इसके बड़े उदाहरण है। जो लोगों का पैसा नेटवर्क में घुमाती थी और ऐसे बड़े वादे करती थी, जो वास्तविक में कभी पूरे नहीं हो सकते।

ऐसा आज भी होता है, लेकिन इससे बचने का एक उपाय है, कि हमेशा MLM कंपनी के प्रॉडक्ट/सर्विस जाँचे। अगर कंपनी के प्रॉडक्ट सही है और एक वास्तविक कीमत पर प्रॉडक्ट उपलब्ध करवाती है, तो कंपनी सही है।



इसके अलावा कंपनी का नाम Consumer Affairs द्वारा जारी लीगल डायरेक्ट सेलिंग कंपनी लिस्ट में होना चाहिए।

2. मतलबी लीडर

MLM में हो रहे फ्रॉड का सबसे बड़ा कारण है, मतलबी लीडर। जो हमेशा खुदका फायदा देखते है। कई अच्छी कंपनी में भी ऐसे लीडर होते है, जो जॉब, फिक्स सैलरी, जूठे वादे और लोगों को घुमराह कर MLM में लाते है। इससे उनका नेटवर्क बड़ा हो जाता है, लेकिन दूसरों को इस इंडस्ट्री की सही जानकारी नहीं होती है। फिर वे भी इन फ्रॉड लीडर के साथ गलत तरीके से इंडस्ट्री का प्रचार करते है।

आमतौर पर लीडर गरीबों और युवाओं को मोटिवेशन और जल्दी अमीर बनने की स्कीम बताकर अपना काम निकलवाते है। जबकि यह नहीं बताते, कि इस इंडस्ट्री में 2 से 3 साल लगतार मेहनत करना जरूरी है।

MLM इंडस्ट्री में अधिकतर लोग बिना कोई स्किल्स सीखें, अमीर बनने का सपना रखते है और फिर असफल होने पर इंडस्ट्री को ही गाली देते है।

डायरेक्ट सेलिंग गाइडलाइन

आज के समय में इस इंडस्ट्री में बहुत बदलाव आया है और कुछ अच्छे लीडर मौजूद है, जो इंडस्ट्री का भला चाहते है।



2016 में भारत सरकार ने डायरेक्ट सेलिंग गाइडलाइन जारी की है, जिसमें कंपनी, डायरेक्ट सेलर और उपभोक्ता को लेकर दिशानिर्देश दिये गए है। जो भी लोग प्रत्यक्ष और अप्रयक्ष रूप से इस इंडस्ट्री से जुड़े है, उन्हें यह डायरेक्ट सेलिंग गाइडलाइन जरूर पढ़नी चाहिए।

इसके अलावा उसी MLM कंपनी से जुड़े, जो लीगल डायरेक्ट सेलिंग कंपनी लिस्ट में हो। यह कंपनी के 100% सही होने का प्रमाण तो नहीं है, लेकिन फ्रॉड होने का खतरा कम होता है। दूसरी और कंपनी का IDSAFDSA का मेम्बर होना जरूरी नहीं है।

आखिरी शब्द

हमें उम्मीद है, कि यह लेख आपके लिए मददगार होगा और कुछ नया सीखने को मिला होगा। अगर आपका कोई सवाल या सुझाव है, तो हमें कमेंट में बता सकते है।

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